Thursday, November 17, 2011

अभिषेक ने सच्चे दिल से मांगी थी बेटी की दुआ...तभी आई नन्ही परी!

(17/11/2011)(Tehelkanews)

लगता है अभिषेक ने सच्चे दिल से बेटी की दुआ मांगी थी। बुधवार सुबह 9.55 पर ऐश्वर्या ने बच्चन परिवार की खुशियों को जन्म दिया। 'प्रतीक्षा' में हो रही प्रतीक्षा को पूर्णविराम लग गया और 'जलसा' में जलसे का आगाज हो गया।



ऐश्वर्या को अंधेरी स्थित सेवेन हिल्स हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया। छह घंटों तक ऐश लेबर रूम में रहीं और तकरीबन दस बजे उन सुरीली किलकारियांे से बच्चन परिवार में खुशियों की लहर दौड़ गई। बच्चन परिवार और सभी शुभचिंतक खुश हैं कि ऐश और घर की नई सदस्य पूर्णत: स्वस्थ हैं।



सूत्रों ने बताया कि 'ऐश की डिलेवरी नॉर्मल हुई है। इस मौके पर अस्पताल में बच्चन परिवार के साथ राय परिवार भी मौजूद था। लेबर रूम में ऐश के साथ छह डॉक्टर्स की टीम थी।' अस्पताल से जुड़े सूत्रों ने बताया कि 'ऐश्वर्या को डिलेवरी के बारे में ब्रीफ कर दिया गया था। वे पूरे वक्त बिलकुल शांत रहीं और डाक्टर्स के सभी निर्देशों को बिना घबराए फॉलो किया।



डिलेवरी के बीच उन्हें एनेस्थीसिया दिया गया और बच्ची के जन्म के बाद नींद का इंजेक्शन।' वैसे एक स्पेशल टीम भी तैयार थी कि ऐन वक्त पर यदि ऑपरेशन भी करना पड़े तो भागमभाग न हो। अन्य मौजूदा सूत्रों ने बताया कि 'ऐश ने लेबर रूम में मौजूद डॉक्टर्स और स्टाफ को विश किया। अभिषेक ने भी पूरे स्टाफ को धन्यवाद दिया।



पूरा परिवार इस नई सदस्य के आगमन से बेहद खुश है। अब बिग बी के कंधों पर एक और जिमेदारी आ गई है। बच्चन परिवार की परंपरा के मुताबिक दादा ही अपने पोते-पोतियों का नामकरण करते हैं और सब को इसी का इंतजार है।



'पापा! मैं भी पापा बन गया'अपने जीवन की सबसे अजीम सौगात पाकर अभिषेक बेहद खुश हैं। यह खबर कानों में पड़ते ही वे अपने पिता बिगबी के गले लग गए और बोले 'पापा! मैं भी पापा बन गया।' मौजूदा सूत्रों ने बताया कि 'जब ऐश लेबर रूम में थीं तब अभिषेक एक पल के लिए भी बैठे नहीं।' पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि 'खुशखबरी मिलते ही बच्चन परिवार ने मिठाई बांटी।



अभिषेक की खुशी का तो ठौर ही नहीं था। वे हरेक से गले मिल रहे थे। उन्हांेने कहा 'आज तो मेरे पास शब्द ही नहीं है। किन अल्फाज में कहूं कि मैं कितना खुश हूं। इतना ही कह सकता हूं कि यह मेरी जिंदगी का सबसे हसीन और खुशनुमा दिन है।'



बताया जा रहा है कि ऐश तीन दिन तक अस्पताल में ही रहेंगी। फिलहाल इस अस्पताल के पांचवें माले पर कड़ी सुरक्षा है और किसी भी स्टाफ मेंबर को यहां मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति भी नहीं है। खबरें हैं कि कुछ इंटरनेशनल मैगजींस ने बच्चन परिवार से बच्ची की पहली झलक के लिए बात की थी लेकिन वे अपनी बात पर अडिग हैं। फिलहाल वे न मीडिया कवरेज पर ध्यान दे रहे हैं न ही अन्य प्रपंचों पर। अभी तो पूरा परिवार बेबी ऐश से लाड़ लड़ा रहा है और बलाइयां ले रहा है। अब नाम पर टिकी बुकीज की नजर न्यूमेरोलॉजिस्ट संजय बी जुमानी के मुताबिक 'बच्ची के लिए आदर्श अक्षर 'अ', 'ज' और 'य' हैं। यह तीनों अक्षर अंक एक व सूर्य को लक्षित करते हैं। वैसे 'ब' 'क' व 'र' से रखे गए नाम भी शुभ होंगे क्योंकि ये अंक दो को लक्षित करते हैं जो रचनात्मकता का प्रतीक है।' वैसे बुकीज 'अ' पर पैसा लगा रहे हैं क्यांेकि न केवल बच्ची के माता-पिता बल्कि दादा का नाम भी इसी अक्षर से शुरू होता है।


News From: http://www.7StarNews.com

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