न्यूज डेस्क(21/10/11)(Tehelkanews)
लीबियाई नेता मुअम्मर अल गद्दाफी की विद्रोहियों ने बेरहमी से हत्या कर दी। यदि गद्दाफी का इतिहास उठाकर देखा जाए तो ऐसा लगेगा कि वो इसी लायक था। दो साल पहले 2009 में अंतरराष्ट्रीय आपराधिक कोर्ट ने गद्दाफी के इस धूर्त चेहरे को उजागर किया था।
जून 2009 में अंतरराष्ट्रीय आपराधिक कोर्ट की सुनवाई के दौरान यह बात सामने आई थी। खुलासे के मुताबिक गद्दाफी ने अपने सैनिकों को सामूहिक बलात्कार करने के आदेश दिए थे। साथ ही उन्में जोश जगाने के लिए वो उन्हें वियाग्रा जैसी सेक्स ड्रग्स दिया करता था।
इसी खुलासे के बाद अंतरराष्ट्रीय आपराधिक कोर्ट को प्रोसिक्यूटर लुई मोरिनो ओकैम्पो ने गद्दाफी और उसके बेटे सैफ अल इस्लाम के खिलाफ अरैस्ट वॉरेंट जारी करने की मांग की थी। गद्दाफी के नेतृत्व वाली लीबियाई सरकार ने बड़े पैमाने पर वियाग्रा जैसे सेक्स ड्रग खरीदी थी।
मोरिनो के मुताबिक, सामूहिक बलात्कार का आदेश देश की जनसंख्या नियंत्रित करने के लिए नहीं था। वो बलात्कार करवाकर लोगों के बीच अपनी दहशत फैलाना चाहता था, ताकि लोग दबकर रहें। ये उसका सजा देने का एक नया तरीका था।
News From: http://www.7StarNews.com
Saturday, October 22, 2011
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